कहना तो बहोत कुछ चाहता हू तुमसे, मगर कह कहा पाता हू. सच तो हे कि जीना है तेरे बगैर पर, एक पल भी कहा रह पाता हू. कोशिश कही बार होती है तूजे भुलाने की, मगर एक पल भी भुला नहीं पाता हू. देखना चाहता हू हर रात सपने, पर मे खुद को सुला नहीं पाता हू. तू अगर देख पाती तो समझ जाती की इस बेबसी को कहा छुपा पाता हू. छलक जाता है दर्द आँखों से कभी पर मे खामोश भी कहा रह पाता हू. लिए फिरता हू एक समंदर एन आँखों मे मेरे, मगर रो लू जी भर के ऎसा भी कहा कर पाता हू. मुमकिन नहीं था.. ठीक है, ए बे खबर. तेरे बिना मुमकिन नहीं था जीना मेरा, मगर मजबूर हू की मे मर भी नहीं पाता हू. कीतना कुछ कहना है तुझसे, लेकिन कह नहीं पाता हू. जीना है तेरे बगैर ये सच है पर एक पल भी कहा रह पाता हू. 🙏Must Read🙏 कहना तो बहोत कुछ चाहता हू तुमसे, मगर कह कहा पाता हू. सच तो हे कि जीना है तेरे बगैर पर, एक पल भी कहा रह पाता हू. कोशिश कही बार होती है तूजे भुलाने की, मगर एक पल भी भुला नहीं पाता हू.