raat quotes जीवन दर्पण साँसों का है फिर क्यूँ साँसे टूटे ना, तुझ बिन मुझको जीना है अब तो साया तेरा क्यूँ छूटे ना,, नदिया का पानी ये पूछे है मुझसे कहाँ है वो कलियाँ वो सपनो की गलियां,,, थी ख्वाहिश जिन्हें फूल बन के खिलेंगे मिले दिल हमारे ,,हम ना मिलेंगे!! हवाओ में खुशबू सहराओं की है फिजाओ में अरमाँ है कुछ बदगुमां से कहता हूँ हरदम खुदा से मैं अब ये बुला लो मुझे इस झूठे जहां से!! मिलोगे मुझे तुम जो कुछ रूठे रूठे जैसे तूफां में कश्ती किनारों से छूटे ये चेहरा तुम्हारा मेरा आईना है इन आँखों में तेरी ये मेरा जहां है!! तू तदबीर मेरी ,, मैं तक़दीर तेरी हूँ खाली मै तुझ बिन,,तू है जागीर मेरी!!! ©कपिल #NojotoQuote ##मेरी कलम से###