वो दौर भी कम खास न था उसमें भी कम उल्लास न था दुनिया वालों मोहब्बत को यूँ ही बदनाम न कर दोस्ती में भी मोहब्बत आम न था कितनी चाहतें,बेशुमारियाँ रहती थी दूर रहना भी दुश्वारियां लगती थी वो दौर ............................... उसमें भी............................. कालेज से साथ निकलना भी मजा लगता था आटो स्टैंड से अपने घर को मुड़ना भी सजा लगता था वो दौर................................ उसमें भी............................. क्लास में पहले पहुँच कर फिर औरों का इंतजार खिड़कियों से राह तकते थे हम बार-बार वो दौर................................ उसमें भी............................. देख के सबको दिल को राहत मिलती थी गुजरे हः महिने, है डेढ़ साल सोच के राहत मिलती थी वो दौर.................................. उसमें भी............................... निकल गये वो डेढ़ साल कैसे बतायें हम उन दिनों क्या खुशी थी कैसे जतायें हम वो दौर.................................... उसमें भी................................. दूर रहना दुश्वारियां थी उसे आदत बनानी पड़ी है न चाहते हुए भी मजबूरन आदत में लानी पड़ी है वो दौर.................................... उसमें भी................................. दोस्ती का एहसास दोस्तों के नाम