इश्क़ कागज़ न वापिस मोडा उसने कश्ती बना के बारिश के पानी में छोड़ा उसने।। बहते पानी मैं बह जाए इंतजार का किस्सा शायद तभी कश्ती बना के पानी में छोड़ा उसने।। ©sk Atrissb इश्क़ कागज़ न वापिस मोडा उसने कश्ती बना के बारिश के पानी में छोड़ा उसने।। बहते पानी मैं बह जाए इंतजार का किस्सा शायद तभी कश्ती बना के पानी में छोड़ा उसने।। #sagarkinare