Nojoto: Largest Storytelling Platform

ये दिल ए नासाज तुझ बिन खुद से ही नाराज गम ए रहगुज़र

ये दिल ए नासाज
तुझ बिन खुद से ही नाराज
गम ए रहगुज़र है
तेरे बिन ये गमगीन है
इसे श्वांस आये कैसे
तुझ बिन जिया जाये कैसे
हालात है अब मेरे ऐसे
जल बिन मतस्य हो जैसे

©Pravesh Sharma #8LinePoet
ये दिल ए नासाज
तुझ बिन खुद से ही नाराज
गम ए रहगुज़र है
तेरे बिन ये गमगीन है
इसे श्वांस आये कैसे
तुझ बिन जिया जाये कैसे
हालात है अब मेरे ऐसे
जल बिन मतस्य हो जैसे

©Pravesh Sharma #8LinePoet