Nojoto: Largest Storytelling Platform

जब इंसान डूब जाता है, गम-ए- यार में फिर कुछ रखा न

जब इंसान डूब जाता है, गम-ए- यार में
 फिर कुछ रखा नही होता मौसम-ए-बहार में

लड़के बदल लेते है नज़रे और प्यार भी 
लड़कियां नंबर तक नहीं बदल पाती इंतजार में



बस उसके सिवा मेरे पास आ जाते है सभी 
कुछ कमियां ही होंगी इस दिल की पुकार में



कोई आशिक थी जो अब शायर बन बैठी 
ये खबर भी कभी छपवा देना अखबार में



जीतने वालो ने फकत जीतना ही सिखा है
 पर जिंदगी ज्यादा सिखाती इश्क-ए-हार में 1

कोई बे-कोशिश ही उसे हासिल कर जायेगा
 मैने जान तक लुटा दी है, जिसके प्यार में

©Shubhanshi Shukla
  @sad quotes @shubhu 
@sadlove

@sad quotes @shubhu @sadlove #darbaredil

162 Views