Nojoto: Largest Storytelling Platform
shubhanshishukla5850
  • 51Stories
  • 79Followers
  • 882Love
    66.1KViews

Shubhanshi Shukla

https://www.youtube.com/@shubhanshishukla7879

  • Popular
  • Latest
  • Video
4bef9b2931bf3c1962727dc277a9f4c9

Shubhanshi Shukla

White एक चाहत से रची कहानी


हर एक के नज़र के नजरों में वह मसीहा कैसे बन गया, फिर क्यों वह मेरी नज़र मैं इतना गिर गया।

खुली किताब के खारे पन्नो मैं यह कैसा सियाही भर गया, दस्तक दी हैं आसुओं ने बस दर्द-ए-महोब्बत का समंदर बह गया।

शिकवा किस चीज़ का जिसको चाहते थे वह खुद छोर गया, आस नहीं उसकी बस वह सोने की खान मैं एक हीरा खो गया।

उम्मेद, विश्वास, प्यार, यादों से बने एक घर को झूठे वादों से तोड़ गया, जज़्बात बिखर गए, यादें चूर चूर हो गई वह खुदकी नज़र मैं ऐसे गिर गया।

हमने हर एक गम को एक खुशी से छुपा दिया, आंसुओ की वफादारी देखो हमसे पूछे बिना उसे गिरने नहीं दिया।

चेहरे के साथ साथ यह झूठा प्यार का ढोंग बेनकाब हो गया, यह एसी सच्च निकली जो जिंदा दिल को पूरी तरह निगल गया।

खामोशी मैं प्यार की बेवफाई का अब यह एक ऐसा अध्याय रच गया, खामोश का साथ देकर खुदके आत्मसम्मा को नियोचवर कर दिया।

इतना सब होने के बाद भी उसे देखकर आंखो से आसू बह गया, हमारी मोहब्बत का देखो अब इस सिलसिला लिख गया।

©Shubhanshi Shukla
  #sad_shayari 
एक चाहत से रची कहानी
जो वादा किया यह निभाना हुआ
दो दिन की रहे कभी मिली नहीं
#shubhuquotes 
#daynamicshubhu 
#sad_feeling 
#loV€fOR€v€R

#sad_shayari एक चाहत से रची कहानी जो वादा किया यह निभाना हुआ दो दिन की रहे कभी मिली नहीं #shubhuquotes #daynamicshubhu #sad_feeling loV€fOR€v€R

4bef9b2931bf3c1962727dc277a9f4c9

Shubhanshi Shukla

White kyu itna pareshan hu.....
khud se hi kyu naraz hu .....
gero ki to chodho.....apno se hi ruthi rehti hu.....
nahi kr sakti khud ko sabit sahi....
shabdo me hi ulajh jati hu ...
akela soch me khoyi rehti hu....
aane vale kal ki khuahish krti rhti hu....

samjhaye to koi mujhe ki shant hoia.....
raat me jugnuo ke intezar krti rheti hu.......
chale jate hai log.....me bhi rokti nhi hu ....
par vaha se jati bhi nhi......
dil thodke jane wale nikal jate hai apne.....
mujhe usi jagah chodke.....

©Shubhanshi Shukla
  #milan_night 
#nojato 
#SAD 
#sad_feeling 
##love 
#daynamicshubhu

milan_night nojato SAD sad_feeling #love daynamicshubhu

4bef9b2931bf3c1962727dc277a9f4c9

Shubhanshi Shukla

White बहुत दिन बाद एक गजल लिखा,

जब कभी लिक्खा कलम ने दास्ताने दिल लिखा
हिज्र आँसू ज़ख्म छाले इश्क़ का हासिल लिखा

टूटे सपने ,उड़ती नींदें, करवटें ,बेचैनियाँ
दर्दे दिल जाए जहां अब चैन है मुश्किल लिखा

जिनको अपना कह गले से थे लगाते बारहां
पाया उनको भी अजी फिर ग़ैरों मे शामिल, लिखा

लिख न पाए नाम उसका जिसने लूटी जिंदगी
अपनी ही क़िस्मत थी फूटी, बात ये बातिल लिखा

चाहिए किसको यहां क्या कोई तो ना जानता
ख़्वाहिशों के बोझ से हर शख़्स है हामिल लिखा

बेकसी के नज़्म  लिक्खे बेबसी के कुछ गज़ल
खूँ ए अरमाँ से ख़ुदा ने अपना मुस्तक़बिल लिखा

लिखना चाहा प्यार जब तब हर दफ़े रूठी कलम
मेरे हिस्से में ख़ुदा ने काँटों का महफ़िल लिखा

तुम लुटाओ जिसपे ''गुड्डी "दुनिया भर की नेमतें
वक्त आने पर करेंगें वो ही फिर बिस्मिल लिखा

©Shubhanshi Shukla
  #alone_quotes bade din baad aaj mne fir kuch likha h 
dekhe aur apna pyaar de 🙏🙏🙏
dilye dastna
#Dil__ki__Aawaz 
#dilyedastan
#Shayar♡Dil☆ 
#dil ki murad
#shubhu

#alone_quotes bade din baad aaj mne fir kuch likha h dekhe aur apna pyaar de 🙏🙏🙏 dilye dastna #Dil__ki__Aawaz #dilyedastan Shayar♡Dil☆ #Dil ki murad #shubhu #Love #nojito #dynamicshubhu

4bef9b2931bf3c1962727dc277a9f4c9

Shubhanshi Shukla

तंग गलियाँ



तंग गलियों से ख़्वाब गुज़रते देखे हैं 
सालों से सँभाले लम्हे बिखरते देखे हैं

मुझसे आँख चुराने लगे हैं लोग सभी
 नुक्कड़ पर दो बातें करते देखे हैं

सब को दिख जाती है बाहर की चोट
 दिलों के दर्द चेहरे पे उभरते देखे हैं

घर की चार दीवारों में जो थे महफूज़

अपनों की आहट से डरते देखे हैं

जो उन की आवाज़ से खिल जाते थे कभी
 कोने में वो बदन सिहरते देखे हैं

©Shubhanshi Shukla
  तंग गलियाँ 
#shubhu #daynamicshubhu  #sad #loveline

तंग गलियाँ #shubhu #daynamicshubhu #SAD #loveline #Poetry

4bef9b2931bf3c1962727dc277a9f4c9

Shubhanshi Shukla

अकेला

नए शहर में हर एक शख़्स पराया था 
खेल था क़िस्मत का जो यहाँ पे लाया था

अपने लिए नया रास्ता ढूँढा था मैंने 
क़िस्मत ने जब अपना हाथ छुड़ाया था

मुझ पर हँसने वाले यहाँ भी आ पहुँचे 
जिन से कल अपना दामन बचाया था

बादल से पानी का रिश्ता नया नहीं 
आँखों में अश्कों को आज छुपाया था

खोट भरा है लोगों की सोच समझ में 
भोले भाले लोगों को जहर पिलाया था

आये दिन निर्दोष पे हमला होता है 
भीड़ में केवल मैंने शोर मचाया था

किधर से आया कहाँ गया नफ़रत का जुलूस 
सड़क किनारे खुद को अकेला पाया था

©Shubhanshi Shukla
  #safar #Life_experience #Life_changing #life® #life❤️ 
#daynamicshubhu  Nîkîtã Guptā

#safar #Life_experience #Life_changing life® life❤️ #daynamicshubhu Nîkîtã Guptā #Poetry

4bef9b2931bf3c1962727dc277a9f4c9

Shubhanshi Shukla

शैलपुत्री  ■

शैलराज पुत्री रूप में हुआ प्राकट्य है ।
शैलपुत्री जीवन को तिमिर से तार दे ।।
भ्रांत पड़े इस मन को देवी माँ शांत कर ।
बायें हाथ में कमल शांति का ही सार दे ।।
हौसला कभी भी जब बढ़ने लगे दुष्टों का ।
दायें हाथ में त्रिशूल दुष्टों को संहार दे ।।
नवरात्रि पर्व की यह प्रथम है अर्चना ।
हमको भी मैया भवसागर से तार दे ।।

©Shubhanshi Shukla
  #navratri #navratri 
#shailputrimaa 
#Shailputri 
#daynamicshubhi
4bef9b2931bf3c1962727dc277a9f4c9

Shubhanshi Shukla

बस्तियों को उजाड़कर सड़क चाहते हो
मतलब खंडहरों में तुम महल चाहते हो,

तुम्हारे नज़रिए से तो वो रास्ता भी ठीक था,
फिर क्यों आज इस रास्ते से जाना चाहते हो ??

तुम्हें मंज़िल तक पहुंचना हीं कहां था मुसाफ़िर
तुम तो बस मेरा ठहराव देखना चाहते हों,

रास्ते ऊबड़ खाबड़ या बंजर कैसे होंगे घर ??
तुम तो एक नज़र में सारा शहर देखना चाहते हो

भला कैसे उग रहें यहां ये हिज़र के कमल
तुम तो मेरे आंसुओ का सरोवर देखना चाहते हो

इजाज़त हैं आओ देखो पर दूर से ही संभलकर,
इतना आँगे क्यों बढ़ रहें,क्या डूब जाना चाहते हो ??

तुम्हारी जान की सलामती भी तो ज़िम्मेदारी हैं हमारी,
क्यों मौत का इल्ज़ाम पंडित पर डालना चाहते हो ??

©Shubhanshi Shukla
  #PhisaltaSamay
4bef9b2931bf3c1962727dc277a9f4c9

Shubhanshi Shukla

छिड़ी है बात ये सयानों में , 
भारी है खोट कुछ ज़ुबानों में
बदल गया है पर अंदाज पुरानी उस के ,
 रोज तड़पने के कितने बहाने उस के
लोगों के सामने मुट्ठी न खुले धरे हैं राज़ इन मकानों में ,
अजनबी दर्द को ना देख ले छुपे हैं कांटे फूलदानों में
एक नादान न समझी कभी कु़र्बत का नशा,
 पास रहकर भी जुदाई के ज़माने उसके
लोग लेते हैं मज़ा दुर्गत का
 समय बिताओ केंद्र -दोनों में 
जिंदगी बीती चल दीवारों में
 खुली हवा है मस्त उड़ानों में 
उड़ते उड़ते कभी खबर भी पहुंच जाती है यहाँ
शहर की गलियों में मशहूर है फ़साने उस के
एक आशिक तो शायर समझना खुद को
मेरी झोली में ना दिखते ख़ज़ाने उसके 
काट के जाल भगाना चाहे  
शिकारी बैठे हैं मानव मैं
नाम पर आँच ना आए कभी
 है रीत पुरानी खा़नदानों में
आखिर जिंदगी की सड़क पर सबको अकेले जाना है
 रास ना आते हैं अब मुझे को ठिकाने उसके

©Shubhanshi Shukla
  #kinaara #Love 
#S_S
4bef9b2931bf3c1962727dc277a9f4c9

Shubhanshi Shukla

धड़कन दिल की थमी हुई है
 ये किसकी नज़र लगी हुई है 
मोहब्बत के हैं आखिर कितने फसाने
पर धड़कन की है सिर्फ एक ही तराने
जिसको जान समझा मैंने
 उसने ही जान ली हुई है
आखिर जिसके लिए भुलाया खुद को
वो लगा अब मुझको भुलाने
मुझको कोई दुआ तो दो
 उसकी बारात सजी हुई है
हम जैसे लोग तो पागल होते हैं
हम जैसे ही तो दीवाने
जितना दर्द मिला मुझको 
उतनी अच्छी शायरी हुई है
मोहब्बत करके इतना पाया 
बर्बाद बहुत जिंदगी हुई है
यार मुझे तुम माफ करो
आज मैं बहुत दुखी हुई हूं

©Shubhanshi Shukla
  #kitaab  
love #SAD 
#lovd 
#pome
4bef9b2931bf3c1962727dc277a9f4c9

Shubhanshi Shukla

आज उसका ही नहीं सहारा हमें,
जो कहता था जान से प्यारा हमे
उसने ही दरिया में डूबा दिया,
जिसने दिखाया था किनारा हमें
और क्या बचा है जिंदगी में अब ,
वो लड़का भी नहीं रहता उस गली में अब
था जहां आशियाना मेरी मोहब्बत का ,
हो गया है बंजर वो ज़मीन पे अब 
हो गया है गहराइयों से राब्ता अब ,
अब ना मिलते हैं हम हर किसी से 
उसके प्यार की कई निशानियां है मुझ पर,
काट रहे हैं जिंदगी इस खुशी से अब
सही रास्ते जाते तो भटक जाते हैं अब हम ,
गलत रास्तों ने है संभाला हमें
थे अपने ईमान के पक्के हम,
शरीफों की शराफत ने बिगाड़ा हमें
उसके लौट आने का इंतजार करना मतलब ,
सही वक्त की उम्मीद करें बंद गाड़ी से अब .......

©Shubhanshi Shukla
  #ranveerdeepika
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile