डस्टविन -------- उसे लगता था की सबको उससे मोहब्बत है। पूरा मोहल्ला उसके पास आता है।वो कितना अच्छा है, सबके घरों की गन्दगी अपने पास रख लेता है। सबके लिए कितना काम का है।एक तो घंटो उसके पास आ कर ही जाने कितनी बातें करती थी।डस्टबिन को लगता था की वो बातें जो वो घर में सबके सामने नही कह पाती,उसके सामने बेझिझक बोल जाती है।कितना भरोसा है उस पर।इसी भरोसे में श्रीमान एक दिन खुद ही उसके दरवाजे पर जा के खड़े हो जाते है। किंतु इससे किस्मत थोड़े ना बदल जाती है।वहा पर मिले दुत्कार से श्रीमान के होश ठिकाने लग चुका था,पर अच्छे लोगो की तरह उसकी उम्मीद नहीं टूटी। वो खुद ही बारी बारी से सबके घर में जाता है। सब उसे देख नाक भौं सिकोड़ने लगते है।सोसाइटी सेक्रेट्री को बुलाया जाता है। शिकायत दर्ज होती है।अगले दिन कचड़े के साथ डस्टबिन भी सोसाइटी के बाहर फिंकवा दिया जाता है। डस्टबिन खुद कचड़ा हो गया है।। ©निर्भय चौहान #Nojoto #Love #evening