दुनिया के मेले में सताया जायेगा तू अकेला चल वरना पछताएगा तू ये इश्क़ मोहब्बत के चोचलों से निकल जवानी के जुनू पे मर जायेगा तू होंगे सब तेरे आस पास जब तलक दौलतों के समंदर में नहायेगा तू गर्दिशों में आने तो दे सितारे तेरे बेतहाशा ख़ुद को तन्हा पायेगा तू इंसान उम्मीदों से कमजोर हुआ है कर बुलंद ख़ुद को जीत जायेगा तू ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #alone