चलो तुम्हें लेकर चले नभ के उस पार जहाँ ना शक हों ना गिले ना वक़्त का बंधन हो ना मानयताओं की जकड़न बस तुम हो , प्रीत हो , शांत मन हो , और मधुर गीत हो 💮कृपया ध्यान रखिएगा की हमारे साथ COLLAB करते टाइम आपका "COLLAB" का option भी ON हो। अन्यथा आपकी एंट्री प्रतियोगिता से बाहर हो जाएगी🙏। आज की प्रतियोगिता के लिए आज हमारे शब्द हैं 🌸"तुम हो" #wkd30 इन शब्दों को प्रयुक्त करते हुए कविता, शायरी या किसी अन्य रूप में रचना कीजिये। 👉 कृपया ध्यान दीजिएगा इस प्रतियोगिता में तीन विजेताओं का चयन किया जाएगा। 👇 💮1. दो लाइन की रचना के विजेता का 💮2. चार लाइन की रचना के विजेता का