Nojoto: Largest Storytelling Platform

विनती प्रारबद्ध भी जीवन के स्वीकार.. तपिस तमस संघ

विनती
प्रारबद्ध भी जीवन के स्वीकार.. 
तपिस तमस संघर्ष भी उपहार..
प्रभू बस इतना करना उपकार,
साहस,धैर्य हो हृदय में अपार..

सह सकूँ संसारिक प्रतिकार,
मन कर्म शुद्ध हों सदा सुविचार..
हो शक्ति-भक्ति और सद् व्यवहार..
मिले मुक्ति हो जाऊँ भव सागर से पार...

पीड़ा मुझे अब अभिनंदन हार..
हर्ष-क्षोभ ,मोह-विरक्ति,सम-आधार..
कर्मफल सुख दुख का आधार,
कर्म ही संपूर्ण जीवन का सार..

©Chanchal's poetry
  #Prayers
#nojotohindi
#HindiPoem