अब तुम्हारे प्राप्य के लिए, लघु पात्र मेरा,रिक्त हो रहा, छोटे-बड़े मेरे देय के लिए, पात्र तुम्हारा संतृप्त हो रहा। अब तुम्हारे प्राप्य के लिए, पात्र मेरा, रिक्त हो रहा, छोटे-बड़े मेरे देय के लिए, पात्र तुम्हारा संतृप्त हो रहा। April 2014 fb files #yqdidi#hindi#