Nojoto: Largest Storytelling Platform

उन बहती वादीयों में कुछ, ठहरा हुआ सा लगने लगा है!

उन बहती वादीयों में कुछ,
ठहरा हुआ सा लगने लगा है!
उस गुलाब की पंखुड़ी को देख,
दिल कुछ मचलने सा लगा है!
उन महकती फिजाओं को देख,
मन यूँ बहकने सा लगा है!
कहना तो नहीं चाहती,पर 
शायद मुझे धीमे धीमे इश्क़ होने
 लगा है!
😌😌 Shayad mujhe Dhime Dhime Ishq hone laga hai
उन बहती वादीयों में कुछ,
ठहरा हुआ सा लगने लगा है!
उस गुलाब की पंखुड़ी को देख,
दिल कुछ मचलने सा लगा है!
उन महकती फिजाओं को देख,
मन यूँ बहकने सा लगा है!
कहना तो नहीं चाहती,पर 
शायद मुझे धीमे धीमे इश्क़ होने
 लगा है!
😌😌 Shayad mujhe Dhime Dhime Ishq hone laga hai

Shayad mujhe Dhime Dhime Ishq hone laga hai #poem