मोहब्बत में गर मोहब्बत हो.. तोह मोहब्ब्त की बात हो.. मेरे गाम पर तुम्हारे गाम हो तोह अंधेरों में सितारों की रात हो.. कितना है ईश्क तुमसे गर बलिश्त हो.. तोह हमारी उंगलियों से हमारी मात हो.. हयात के मोड़ से गर गम की खाई हो तोह यही तुम-ए-मंजिल की सिरात हो.. अधुरा कर भी गर 'आगम' को तुम याद हो.. तोह जिन्दगी के हर सार में 'तुम' नगमात हो.. तोह मोहब्बत में गर मोहब्बत ना हो तोह मोहब्बत से सिर्फ तुम्हारी बात हो.. ~आगम #love #unconditionallove #CityEvening