Nojoto: Largest Storytelling Platform

तू जब जब सवांरे मुझे, मैं संभल जाता हू; इक पल के ल

तू जब जब सवांरे मुझे, मैं संभल जाता हू;
इक पल के लिए ही सही, ज़रा ठहर जाता हू।
— सिद्धार्थ राजगोर‘अनंत’

©Siddharth Rajgor 'અનંત'
  #RajaRaani #writtercommunity #writer #Hindi #hindi_poetry