क्यू खामोश हूं मै आज और ये लफ़्ज़ जैसे कहीं गुम से गए हैं, वक़्त का तकाज़ा हैं कि बोल दू वो सब कुछ जो दिल में दबा है एक अरसे से, पर न जाने क्यूं आज ये लब सिल से गए हैं... Meera♥️ क्यू खामोश हूं मै आज और ये लफ़्ज़ जैसे कहीं गुम से गए हैं, वक़्त का तकाज़ा हैं कि बोल दू वो सब कुछ जो दिल में दबा है एक अरसे से, पर न जाने क्यूं आज