White *जिज्ञासा* में आकर जब हम प्रयत्न करते हैं, खुद को प्रयत्नशील बना कर उद्योग निरत नित रहते हैं तब अपनी *कला* को उकेरने कि कोशिश हम करते हैं, हां होता है यह आसान नहीं है पर हां हम कोशिश करते हैं *दृढ़ता* के संकल्पों से हम आगे बढ़ते हैं तब पाते हैं हमारी कला, *कलात्मक*, कलामय रचना खूब निखरने लगती है तो प्रयत्न करो *साहस* से और साथ *जिज्ञासा* लेकर कि *ढृण* रहेंगे हम अपने संकल्पों पर और करेंगे सार्थक अपने इस नवजीवन को ©Kavi Aditya Shukla मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर सक्सेस