घाव यह वो नहीं जो मरहमों से,ठीक हो जाए छाव यह वो नहीं जो जेठ की जलती, धूप ला पाए। मोहब्बत की कड़ी में बैठकर तुझको था बस पाना पर जो ना मिली तुम तो, ये काफ़िर दर्द मुस्काए।। ©Aakash Dwivedi #इश्क #Love #शायरी #BreakUp #nice #dilkibaat