इन भिगी पलको में कही गम चुपे हैं आँखो में पानी बनकर वो आज भी रुखे हैं तन्हाई के सामने हम इस तरह झुके हैं अपनो को खोकर हम दर्द मे जी ते हैं पानी कि बूँदे समझा सबने꫰ Challenge-39 #collabwithकोराकाग़ज़ 4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) #पानीकीबूँदें #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba YourQuote Didi YourQuote Baba Aरिफ़ Aल्व़ी #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️