हृदय में उल्लास, आँखों में सद्भावना, हाथो में शिलाचार, मस्तक में विद्यमान रहे, बड़ो का सम्मान, धर्म परायण पग बड़े, नित कर्तव्य मार्ग, वाणी में प्रेम बसे, और विनम्र भाव भीतर नित सबके बसे, पुरुषोत्तम श्री राम....!!! सुप्रभात। घर से निकलो तो पूरे उत्साह के साथ। आपकी ज़िंदादिली दूसरों को भी उत्साहित करती है। #उत्साह #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #हिंदी_कविता #विष्णुप्रिया #भक्ति #शिष्टाचार