मैं हिन्दू हूं ........... मुझे खुशहाली नहीं भ्रष्टाचारी चाहिए , मुझे सुरक्षा नहीं अत्याचारी चाहिए । सनातन और संस्कृति से क्या लेना , मुझे जेहादी विचार चाहिए ।। अकबर से कटा , औरंगजेब से कटा , 1947 का फिर से खून कि धार चाहिए । स्तन काटा , गुप्तांग काटा , हमें कटता - तड़फता परिवार चाहिए । मैं सो रहा हूं गहरी नींद में , मुझे जगाने के लिए सर पर तलवार चाहिए । दफ़न होने के लिए मुझे , श्मशान नहीं कब्रिस्तान चाहिए ।। मैं हिन्दू हूं ........... मुझे भारत हिन्दू राष्ट्र नहीं मुस्लिमिस्तान चाहिए , मुझे खुशहाली नहीं , अत्याचारी सरकार चाहिए । मुझे जेहादी विचार चाहिए ।। @@@@@@@@@@@@@ प्रमोद मालाकार की कलम से 24.11.24 ©pramod malakar #मुझे जेहादी विचार चाहिए।