लिखना मेरे लिए चौबीसों घंटे की प्रक्रिया है— प्रश्न भी है, समाधान भी; यातना भी है, और यातना से उबरने का माध्यम भी, निपट एकांत गुफ़ा भी है और पछाड़ खाती झंझा में उतरने का साधन भी; हर पल तिल-तिल कर मरना भी है और मौत के दायरों के पार जाने का महामंत्र भी। लिखना मेरे लिए जीवन भी है, और मरण भी। लिखना मेरे लिए आदत भी है और मजबूरी भी है। लिखना मेरे लिए वेदना भी है और वेदना व्यक्त करने का माध्यम भी। लिखना मेरे लिए भाव है, भंगिमा है, भरोसा है, भावुकता है। लिखना मेरे लिए एक उच्चतर आध्यात्मिक अवस्था है। #writing #writer