तेरी फ़िक्र में तो मेरी निंदे उड गई। बेकार मुहब्बत कि हमने तुमसे जो ग़म की गठरियाँ मील गई। उम्र भर भुल ना पाऐगा ए दिल तुझे इतनी फिक्र हैं, क्योंकि तेरे पास मेरे दिल को जलाने वाली दवाइयाँ रह गई अबु सुफियान""इसमत"" डेहटी ककोड़वा जिलाअररिया बिहार #फ़िक्र दिल जलाने वाली दवाइयाँ रह गई।