गीत - चले गए... जिन्हें जाना था वो तो चले गए। जिन्हें छलना था वो तो छले गए। बस है फकत दो चार यादें अब, भूले न कभी कसमें वादे सब। दुःखों से लड़ना सीख लिया है, जिन्हें ढलना था वो तो ढले गए। चारदीवारी से बाहर झॉंके लोग, बड़ी-बड़ी डींगे जब हॉंके लोग। कौन देगा साथ मुफ़लिसी में, जिन्हें पलना था वो तो पले गए। ©मनीष कुमार पाटीदार #MusicIsHealing