किसी को यकीन हो न् हो वक़्त साथ दे न दे पर उसे अपने आप पर. अपनी सोच पर यकीन हैँ कि एक दिन उसे जिंदगी से मिल कर जिंदगी बन ही जाना हैँ और एक दिन जिंदगी की सभी पायदानो पर चढ़ कर उसे अपनी पूर्णनता के साथ आखिरी पायदान पर पहुंचने के बाद उसे जिंदगी के पार भी पहुंच जाना हैँ ©Parasram Arora जिंदगी के पार