White रचना दिनांक,,,,15,,,,10,,,,2024,,, ,वार,,,, मंगलवार समय,,,,, सुबह छह बजे ्््््निज विचार ््््् ्््््शीर्षक ्््् ्््््छाया चित्र में दिखाया गया छाया चित्र ही सुन्दर है,, जो धरती पर वृक्षारोपण और अपने आप में, कुछ हरियाली और बाग बगीचे नदी नाले जल स्रोत से अच्छादित है , इसके अलावा आकाशगंगा में टिमटिमाते तारे और ग्रह और योग साधना तपस्या से सजाया गया प्राकृतिक प्रकृति से प्रेम करने वाले मनोरम दृश्य से सजाया गया है ्् ््् ्््््भावचित्र ्््् गुरु शब्द शबद ज्ञानरस ज्ञानयज्ञं प्रथमं आराध्यं मातृदेवो भव,, शिक्षा दीक्षा संस्कार परिवार पितृजंन्माक भूषणं।।1।। अध्यात्म चेतना जागृत ज्ञान दर्शन शक्तिपातगुरु चैतन्य महाप्रभु, गीत गायन सामवेद प्रवृत ज्ञानरस यथायोग्य संस्कार में निहित है,, तन की गठरी माया मोह ््मद ््से भरा हुआ विकार नरकंकाल जीव नरमुंड में , यह तन ही विष से भरी बेलरी वनस्पतियों में।।।2।। शिवाशीष भुंजगधारी नाम केवलम मात्र जटाजूट गंगाजल अमृत कोष संजीवनी, लक्ष जलचिकित्सा जप साधना ।।3।। प्रकृति प्राकृतिक साध्य साधना लीन भाव भंगिमा दीप प्रज्जवलित , आत्मज्योतिनवपिण्डसाधक आनंद ही सत सत नाम अखण्ड दिव्य चक्षु, संवरचनानिर्राकारंओकारं आत्मज्योतिनवपिण्ड में अवतरित हुए धर्मश्रंखला में महान् शिवतत्व शिवअंततत्व में महायोगी साधक आनंद ही जीवन आयना प्रेम , शब्द ब़म्ह कर्ममंत्र यंत्र देवत्व कलाओं से परिपूर्ण किर्ति फैलाते हुए ईश्वर सत्य है।।4।। मैं जलचर, रजनीचर, तल, वितल, रसातल, चराचर जगत मैं हूं , काल कर्म महाकाल गति प्रगति अवगति सदगति, स्वयंभू मणिधर धरा रसातलं नागलोक से , जन्मा विचार सच मैं हूं।।5।। प्राण वायु पवन सा छौखा धौखा मौका चूका हुआ जूवाडी मैं हूं,, पत्ता पत्ता बूटा डाली नाम अखर मिण्डी आया खाली हाजमा ठीक है , साधना प्रकृति से भोग अन्नपूरणेश्वरी देवीभ्यो नमः , पेट भरा फिर सेवन काली मिर्च मिलाकर करने से एकादश भाव में , निश्चल सत्य अदृश्य शक्ति दिव्यता कोटीश्यं प्रमाणितं।6 ब़म्हकर्मसाक्ष्य श्रीविश्वामित्र अतुलतेजस्वी चतुर्थ भाव भंगिमा दीप प्रज्जवलित , आत्मज्योतिनवपिण्डसाधक आनंद ही एकादशी सुफल दायनी करिष्यामि नमन।।7। ्््वन्दंनीय ््् ्््भावचित्र ्् ््््निज विचार ््््् ््््कवि शैलेंद्र आनंद ्््् 15,,,,,,10,,,,,2024,,,, ©Shailendra Anand #good_night भक्ति सागर ्््भावचित्र ््् ्््््कवि शैलेंद्र आनंद