मन रूपी तहखाने में पड़ी थी भूली बिसरी यादें कुछ गमगीन सी और कुछ खुशियों से भरी रातें ख़्याल से ख़्याल आने पर वो ख़यालात याद आ जाते कभी तंज कसते कभी हंसते तो कभी गुमराह कर जाते ©rajeshwari Thakur #भूली बिसरी यादें