एक नज्म उसे सुनानी थी, वो नज्म मुझे अब याद नहीं। वो 'याद' तो है याद मुझे, वो 'याद' जिसकी मुझे याद नही। जाना गर महफिल में उनकी, तुम इक गज़ल जरूर सुना आना। वो लफ्ज उन्हें भी याद तो होंगे, मै भले अब याद नहीं।। #yqdidi #hindishayari #नज्म #शायरी #hindiwriters #tarunvijभारतीय