वो राहे देखती,हर रोज प्यार से आदत छूट गई क्या तुम्हारी। बालकोनी से बाते करते हुए डूबते सूरज को निहारती थी, आज भी याद आती है क्या हमारी।। माना दूर हुए मजबूरियों का हवाला देकर, दूरियों के साथ मेरे यादो को भी समेट ली हो क्या? हर रोज एक एक फोटो delete करती हो, या phone ही formate कर दी हो एक ही बार! block करने के बाद भी, instagram की chat पढ़ पाती हो क्या हमारी।। आज भी याद आती है क्या हमारी? #mentalHealth @याद #हिंदी #शायरी #प्यार