White किसी की भावनाओं को समझना नहीं आता था सिर्फ टूटना आता था बिखरना आता था प्रेम से फिर जुड़ जाना नहीं आता था शायद उसे सच से नहीं बल्कि मेरे तरीके से दिक्कत थी इस बात को सोच भी पाना नही आता था ये भ्रम था मेरा की मैं सच्चा हूं कई बार हेतु ही सच होता है, वाक्य नहीं ये समझने में ज़रा देर हो गई थी वो रूठी ही नहीं अबकी बार जा चुकी थी। ©mautila registan(Naveen Pandey) #Talk