क्या कहे अब तुझसे की मै क्या सोचता हूं तेरे बारे में... पता नहीं ये सिर्फ एक तरफा है, या तू भी इसी ऐहेसास का शिकार है। क्या #कहे अब तुझसे की मै #क्या #सोचता हूं #तेरे #बारे में... #पता नहीं ये #सिर्फ एक #तरफा है, या तू भी इसी #ऐहेसास का #शिकार है।