मुझे नये साल की शुभकामनाएं न दे। नए-पुराने की दुर्भावनाएँ न दे। साल नया होगा तुम्हारे लिए सनातन है मेरा मात्र मेरे लिए। ------ तुम नया पाकर,पुराना भूल सकते हो। सत्य न कहने का, बहाना ढूँढ सकते हो। मगर आओगे तुम भी पुराने ही बनकर भले दिखावा करो, आज आधुनिक बनकर।। ------- @AshishDwivedi ©Bazirao Ashish #सनातनी_संस्कृति