फ़ुरसत के कुछ लम्हें चुराकर शिकवे गिले मिटाते है, आओ चलो एक शाम एक दूजे के साथ बिताते है। जाने कि ज़िद्द न मै करूंगी, न वक्त का बहाना तुम दोगे। चलो, क्षितिज में डूबते सूरज की लालिमा निहारते है, टपरी कि कुल्हड़ वाली चाय संग हर फिक्र धुएं में उड़ाते हैं। दिल में छुपे तराने गुनगुनाते है, आओ एक दफा़ कुल्हड़ भर इश्क निभाते हैं!! ©Naina कुल्हड़ भर इश्क़ ❣️ #कुल्हड़_की_चाय #kulharbharishq #tapriwalichai #shaam #surajkilalima #thoughts #feelings #hindi_shayari