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आपसे अनुरोध है चल रहे सब लोग लेकिन, आपसी गतिरोध ह

आपसे अनुरोध है

चल रहे सब लोग लेकिन, आपसी गतिरोध है।
राह का रोड़ा न बनिए, आपसे अनुरोध है।

आप भी हैं इक पथिक हैं जानते संघर्ष को
राह में बाधा बहुत यह आपको भी बोध है।

क्रोध से बचिए सदा यह क्रोध इक अभिशाप है
तोड़ देता आदमी को आदमी का क्रोध है।

बन सहज अपना सदा जीवन गुजारा कीजिए
सादगी है तो समझिए चेतना प्रतिबोध है।

दे रहा है ज्ञान किसको सब महाज्ञानी यहाँ
हो सके 'हरि' खुद सुधर जा बस यही अनुरोध है।

©Hari Shanker Kumar
  #आपसे अनुरोध है

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