बह जाती बारिश की बूंदों में तेरी हर इक याद.. धुल जाती मेरे जिस्म से तेरे जिस्म की महक.. और जब थम जाए बारिश तो तेरी फ़िक्र भी न हो.. फिर! मैं तेरे सपनों का इक बीज बोऊंगा धरा में.. प्रस्फुटित होगा फ़ूल उसमें, तेरा जिक्र तो होगा.❤️ ©Vivek Sharma Bhardwaj #जिस्म #याद #फिक्र #जिक्र #मोहब्बत