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Best जिक्र Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best जिक्र Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutमंजिल पर पहुंचकर लिखूंगा मैं इन रास्तों की मुश्किलों का जिक्र अभी तो बस आगे, इबादतों का जिक्र है, जिक्र होता है जब, जिक्र तेरा करती है, जिक्र का अर्थ हिंदी में,

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Ramnik

Dev Rishi

दूध नाथ वरुण

#जिक्र उसकी

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U shivan rajauria

#जिक्र कर उस लम्हे का यार, अफसोस,आज तक कर रहा हूं, इजाजत निगाहों को देकर, बेहिसाब भरपाई कर रहा हैं,

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Rabindra Kumar Ram

" फुर्सतें आलम फिर कहाँ मिलेगा, इस मिज़ाज से तु फिर कहाँ मिलेंगी, तेरे जिक्र की नुमाइश की बात गवारा ठहरी, मेरे सब्र का इम्तिहान तुम कब तक कहाँ तक लेती फिरोगी ." --- रबिन्द्र राम #फुर्सतें #आलम #मिज़ाज #जिक्र #नुमाइश #गवारा #सब्र #इम्तिहान

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" फुर्सतें आलम फिर कहाँ मिलेगा, 
इस मिज़ाज से तु फिर कहाँ मिलेंगी, 
तेरे जिक्र की नुमाइश की बात गवारा ठहरी, 
मेरे सब्र का इम्तिहान तुम कब तक कहाँ तक लेती फिरोगी ."

                  --- रबिन्द्र राम

©Rabindra Kumar Ram " फुर्सतें आलम फिर कहाँ मिलेगा, 
इस मिज़ाज से तु फिर कहाँ मिलेंगी, 
तेरे जिक्र की नुमाइश की बात गवारा ठहरी, 
मेरे सब्र का इम्तिहान तुम कब तक कहाँ तक लेती फिरोगी ."

                  --- रबिन्द्र राम 

#फुर्सतें #आलम #मिज़ाज #जिक्र #नुमाइश #गवारा #सब्र #इम्तिहान

Rabindra Kumar Ram

" फिर तेरी याद कहाँ मुनासिब हो ऐसे में, मैं मंसूब हु कब से तेरे ख्याले-ऐ-जिक्र से , जिक्र कर, जिरह कर ले कोई फैसला तो कर, आखिर मैं कब तलक तेरा रहुँ तेरे मुददते मुंतज़िर में . " --- रबिन्द्र राम #मुनासिब #ख्याले-ऐ-जिक्र #मंसूब #जिक्र #जिरह #मुददते #मुंतज़िर

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" फिर तेरी याद कहाँ मुनासिब हो ऐसे में, 
मैं मंसूब हु कब से तेरे ख्याले-ऐ-जिक्र से , 
जिक्र कर, जिरह कर ले कोई फैसला तो कर, 
आखिर मैं कब तलक तेरा रहुँ तेरे मुददते मुंतज़िर में . "

                 ---  रबिन्द्र राम

©Rabindra Kumar Ram " फिर तेरी याद कहाँ मुनासिब हो ऐसे में, 
मैं मंसूब हु कब से तेरे ख्याले-ऐ-जिक्र से , 
जिक्र कर, जिरह कर ले कोई फैसला तो कर, 
आखिर मैं कब तलक तेरा रहुँ तेरे मुददते मुंतज़िर में . "

                 ---  रबिन्द्र राम
 #मुनासिब  #ख्याले-ऐ-जिक्र #मंसूब
#जिक्र #जिरह #मुददते #मुंतज़िर

Balram Batra

तुम्हें बताया तो था, समझते क्यों नहीं आखिर?
हरेक बात में उसका जिक्र, क्या लगा रक्खा है..

©Balram Bathra #जिक्र

Rabina Pandit

Tabassum

विचित्र शायर

#चर्चे #नशे के हो रहे थे, मैं #जिक्र तेरी #निघाओ का कर बैठा ।।। #हिंदी #Hindi Love Life #pyaar #vichitrashayar

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