नयनों का बांध है जो टूट चुका........ आंसुओ के झर झर बहाव में सब बह रहा........ हृदय की पीड़ा चरम सीमा पर है..... अब कोई राह ना सूझ रहा...... वर्षो का भ्रम था जो क्षण भर में टूट गया...... मैं तेरी ही रही किंतु, तू मेरा ना कभी हुआ......... ©Poonam कुछ सच होते है जो सालो बाद उजागर होते है..... #सच #नयन #नयनों_का_बांध