meri kalam se... ©pankaj balania हवाओं की मेहरबानी से नईया सफर हुई हैं अब तो हमें भी साहिल की खबर हुई हैं उम्मीद ए आश्ती तरसते रहे उम्र भर, जिंदगी कुछ इस तरह गुज़र बसर हुई हैं जब बीत गई सारी बहारें सामने से तब जाके कहीं जिंदगी असर हुई हैं