"लॉक डाउन फोर" हर तरफ पुलिस की गश्त हैं सायरन का शोर, लग रहा हैं इस बाज़ार में सभी ही हैं चोर, कहने को बंद हैं देखो सब खुला हैं हर ओर, हाँ आप सभी सही समझ रहे ये हैं लॉक डाउन फोर, भूल जाओ पिज़्ज़ा,बर्गर, कहो नो मोर, बड़े, बूढ़े, बच्चें हैं थोड़े से कमज़ोर, मत जाओ बाहर कोरोना हैं बहुत जोर, इसीलिए तो ये है लॉक डाउन फोर, कितनो के काम छीन गए वो हैं मजबूर, आ रहे हैं छोड़ शहर गाँव घर की ओर, जी हाँ यही हैं लॉक डाउन फोर। विवेक सिंह राजावत। Lock down 4 is going to over