ख़ुशनसीब होते है वो, जिन्होंने जिन्दगी रहते प्रेम का आध्यातम समझ लिया हैँ क्योकि प्रेम बहुत बड़ी इंटेंस फीलिंग हैँ..... प्रेम ही जीवन का शीर्षक हैँ .. प्रेम जीवन की सर्वाधिक मह्त्वपूर्ण घटना हैँ....... प्रेम तो हमारे भीतर उठी आनद की उर्मी हैँ खुशनसीब हैँ वो जिसने जीवन रहते. प्रेम को पा लिया औऱ जिसने जीवन में प्रेम का प्रतिदान देना सीख लिया प्रेम का पाथेय...