Nojoto: Largest Storytelling Platform

Dear Mr.Kulbhushan आप सभी के साथ

















 Dear Mr.Kulbhushan

आप सभी के साथ साथ मैं भी स्वयं को पत्र लिखूंगा प्रतिदिन, मेरे जीवन में मैंने जो भी सीखा उन सीखों को आपके साथ share करता रहूंगा
मेरा पहला पत्र शिव वाणी के माध्यम से
Vaani😍🦋  
उलझनें अक्सर कुछ सुझाव ले आती हैं कि उलझन जब सुलझती है तो स्पष्ट समझ आता है कि उलझन  आखिर आई ही क्यों।
मुझे नहीं पता आपमें से कितने बच्चे ये जानते हैं कि एक समय में 10 रुपए बहुत वैल्यू रखते थे। un दस रुपए से भरपेट खाना खाया जाता था ये बात उन दिनों की है।
मेरा दवा का व्यवसाय है तो कभी कभार मेरे मन को लगता है यार ये सच में गरीब है दवा के पैसे भी नहीं होंगे पूरे तो एक आध को मैं काम पैसे या बिन पैसे लिए छोड़ देता।
















 Dear Mr.Kulbhushan

आप सभी के साथ साथ मैं भी स्वयं को पत्र लिखूंगा प्रतिदिन, मेरे जीवन में मैंने जो भी सीखा उन सीखों को आपके साथ share करता रहूंगा
मेरा पहला पत्र शिव वाणी के माध्यम से
Vaani😍🦋  
उलझनें अक्सर कुछ सुझाव ले आती हैं कि उलझन जब सुलझती है तो स्पष्ट समझ आता है कि उलझन  आखिर आई ही क्यों।
मुझे नहीं पता आपमें से कितने बच्चे ये जानते हैं कि एक समय में 10 रुपए बहुत वैल्यू रखते थे। un दस रुपए से भरपेट खाना खाया जाता था ये बात उन दिनों की है।
मेरा दवा का व्यवसाय है तो कभी कभार मेरे मन को लगता है यार ये सच में गरीब है दवा के पैसे भी नहीं होंगे पूरे तो एक आध को मैं काम पैसे या बिन पैसे लिए छोड़ देता।

Dear Mr.Kulbhushan आप सभी के साथ साथ मैं भी स्वयं को पत्र लिखूंगा प्रतिदिन, मेरे जीवन में मैंने जो भी सीखा उन सीखों को आपके साथ share करता रहूंगा मेरा पहला पत्र शिव वाणी के माध्यम से Vaani😍🦋 उलझनें अक्सर कुछ सुझाव ले आती हैं कि उलझन जब सुलझती है तो स्पष्ट समझ आता है कि उलझन आखिर आई ही क्यों। मुझे नहीं पता आपमें से कितने बच्चे ये जानते हैं कि एक समय में 10 रुपए बहुत वैल्यू रखते थे। un दस रुपए से भरपेट खाना खाया जाता था ये बात उन दिनों की है। मेरा दवा का व्यवसाय है तो कभी कभार मेरे मन को लगता है यार ये सच में गरीब है दवा के पैसे भी नहीं होंगे पूरे तो एक आध को मैं काम पैसे या बिन पैसे लिए छोड़ देता। #yqquotes #yqlifelessons #yqinspiration #yqकुलभूषणदीप