चूमकर तेरी नज़रों को सब कुछ गायब हो जाता है! मन मेरा प्रेम नगर की चौकी का नायब हो जाता है। तेरी सांवली सूरत में क़माल का आकर्षण है छोरी! देखते ही तुझको ये दिल मेरा साहब हो जाता है। 🌝प्रतियोगिता-35 🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌷"सांवली सूरत"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I