#SunSet खुदाया कुछ तो मेरी
*इमदाद करदे,या इस नाचीज के मर्तबे को बुलंद करदे//१*मदद
निकल आ*चिलमन से
मुझे तेरा दीदार देदे,या मेरी घटती*बीनाई को *मुस्तरद करदे//२
*पर्दा*रोशनी *अस्वीकृत
इतनी यादें कहां से लाऊं, #writersofindia#शायरी#shamawtitesBebaak#poeyrucorner