करम कर करम से करम बन जाएगा आइने की तरह दिल तेरा साफ हो जाएगा मत सोच तू, चन्द दिनों का मुसाफिर है यहां दुआएं लेता जा, मंजिल तेरा संवर जाएगा ©Tafizul Sambalpuri #शायर शेरो शायरी