हक़ के साथ कहता था... कि...सच ही वो कहता था लूटें जाओगे... तुम केवल... उसके आसमां में तुम कहां..? कच्ची मकां के तुम रहनुमा... अदब की सफ़र में तुम कहां..? हम सफ़र, हमनवा हमराज़..... अज़ीज़ ए दिन रात में वो वहां..!! उसके आसमां में तुम कहां....? ©Dev Rishi #worldbestfriendday कविताएं ,#दोस्ती