मुमकिन होता जो ज़हन में हुस्न को कैद करना, तुझे नसीब न होता सब का ऐसे खुशामद करना! तेरे हुस्न को तो पूजा जाना चाहिए, ऐ चश्मेबद्दूर, पर तेरे आशिकों के बस का नहीं है इबादत करना! ©Shubhro K #Beauty #Beautiful