मेरा वतन ही मेरा ताज हैं। अपनें मुल्क पर मुझको नाज़ हैं। सब कुछ पाया इससे मैंने, ये मेरा श्रृंगार और साज हैं।। वतन पर मिटने को तैयार हम, सीमा पर खड़े वो जवान हम। जय बोलकर चल पड़े नेह कदम, जो कभी रुके ना वो बलवान हम।। 🎀 Challenge-296 #collabwithकोराकाग़ज़ ❤ स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ ❤ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।