Dil प्रेम एक चाहत भरा एक अफसाना है जिसमें आधी हकीकत आधा फसाना है जो समझकर ना समंझे वो दीवाना है इजहार मौहब्बत तो इसमें सिर्फ बहाना है जिस्म, जिस्म का, दिल, दिल का परवाना है आरजुओं का अंत गुनाह का पैमाना है गुनाह का पैमाना