यूँ चार दिन की बहारों के क़र्ज़ उतारे गए तुम्हारे बअ'द के मौसम फ़क़त गुज़ारे गए कुछ एक चेहरे मिरी चश्म-ए-तर में तैरते हैं कुछ इक सफ़ीने अभी तक न पार उतारे गए राहुल 💞 #NojotoQuote