जिंदगी है सफर सम्हल के चलना चाहिए कांटों भरी डगर फिसलना नहीं चाहिए।। गुफ्तगू जरुरी है हर रिश्तों में मगर तोलने के बाद ही कुछ भी बोलना चाहिए।। चाहते तो होती है सभी की यकीनन ना मिले मन का तो छोड़ देना चाहिए।। रुकावटें बस एक पड़ाव ही है जीवन का नजरंदाज कर इन्हें आगे बढ़ना चाहिए।। रोते बहुत है जो नादान है वो सभी चार दिन की जिंदगी हस के जीना चाहिए।। जीवन मिला है जीने के लिए ही तो मरने से पहले तबियत जीना चाहिए।। जीने दे ना ए जिन्दगी।।।। जिन्दगी गले लगा ले।।।